समस्तीपुर में ज़मीन विवाद ने लिया खतरनाक मोड़, अर्जुन राय ने सुरक्षा और CBI जांच की लगाई गुहार
समस्तीपुर: थाना सरायरंजन क्षेत्र के ग्राम बरुणा रसलपुर में जमीन विवाद ने गंभीर रूप ले लिया है। अर्जुन कुमार राय ने आरोप लगाया है कि हरेश कुमार सहनी व महेश कुमार सहनी ने उनके पूर्वजों की जमीन पर अवैध रूप से केबाला करा लिया है।
विवादित जमीन का विवरण
खेसरा संख्या 122 (6 कठा 8 धुर):
अर्जुन का दावा है कि इस जमीन में से हरेश कुमार सहनी (पिता जय किशुन सहनी) ने 2 कठा 2 धुर का केबाला विकास कुमार राय (पिता राम सागर राय) के नाम करा दिया है।
खेसरा संख्या 123:
हरेश ने आरोप लगाया है कि अर्जुन ने उनसे ₹3,68,000 (तीन लाख अड़सठ हजार रुपए) छोटा ब्याज पर लिया और इसके बदले यह जमीन दी। अर्जुन ने इस आरोप को पूरी तरह निराधार बताया है।
खेसरा संख्या 162:
अर्जुन का कहना है कि महेश कुमार सहनी ने इस खेसरे की 1 कठा 1 धुर जमीन का केबाला करवा लिया है।
पंचायत समिति पदाधिकारी पर भी सवाल
अर्जुन ने यह भी आरोप लगाया है कि हरेश और महेश के पिता जय किशुन सहनी पिछले 4 साल से पंचायत समिति पद पर कार्यरत हैं और पद के प्रभाव का इस्तेमाल कर परिवार पर दबाव बनाया जा रहा है।
प्रशासन से गुहार
अर्जुन कुमार राय ने अंचल अधिकारी, सरायरंजन से दाखिल-खारिज की प्रक्रिया रोकने की अपील की है और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
क्या है पूरा मामला
समस्तीपुर में ज़मीन विवाद ने लिया खतरनाक मोड़, अर्जुन राय ने सुरक्षा की लगाई गुहार!
थाना सरायरंजन क्षेत्र के ग्राम बरुणा रसलपुर में ज़मीन विवाद को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। गांव के निवासी अर्जुन कुमार राय (33) ने आरोप लगाया है कि पड़ोसी हरेश कुमार साहनी (26) और महेश कुमार साहनी (23) ने कई बार उन्हें व उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां दी हैं। आरोप है कि विवाद के दौरान पिस्तौल तक तान दी गई।
अर्जुन राय ने पुलिस उपाधीक्षक समस्तीपुर, उपमहानिरीक्षक दरभंगा और मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र भेजकर सीबीआई जांच और सुरक्षा की मांग की है।
पूर्वजों की जमीन पर कब्ज़े का आरोप
अर्जुन का कहना है कि उनके पूर्वजों की जमीन खेसरा संख्या 122, 162 और 164 में उनका कब्ज़ा है। लेकिन हरेश और महेश साहनी न केवल इस ज़मीन को बेचने की कोशिश कर रहे हैं, बल्कि अवैध कब्ज़ और लेन-देन भी कर चुके हैं।
धमकी और हमले की घटनाएं
शिकायत में 5 मई 2025, 1 सितंबर 2025 और 8 सितंबर 2025 की घटनाओं का ज़िक्र है। आरोप है कि 5 मई की सुबह और सितंबर में हुए विवाद के दौरान हरेश ने पिस्तौल निकालकर जान से मारने की धमकी दी। महेश और हरेश ने उनके घर के बाहर गाली-गलौज की, ईंट-बाँस से हमला करने की कोशिश की और अर्जुन की बहन निकी कुमारी पर भी हमला करने का प्रयास किया।
दबंगई और आपराधिक पृष्ठभूमि का आरोप
अर्जुन ने बताया कि आरोपी पहले से ही आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं और स्थानीय स्तर पर दबंगई करते हैं। थाना स्तर पर कार्रवाई न मिलने पर उन्होंने अब उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।
अर्जुन की मुख्य मांगें
1. विवादित ज़मीन के कागजात की जांच कर वास्तविक कब्ज़ा तय किया जाए।
2. हरेश और महेश के खिलाफ आपराधिक धाराओं में मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए।
3. पूरे मामले की निष्पक्ष जांच सीबीआई या विशेष एजेंसी से कराई जाए और पीड़ित परिवार को सुरक्षा दी जाए।
फिलहाल थाना सरायरंजन और जिला पुलिस की ओर से इस मामले की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। अर्जुन ने आरोप लगाया है कि इलाके का कुख्यात अपराधी ‘7 बजे पुरबाहन’ उन पर झूठा ₹3.68 लाख का मामला भी थोप रहा है।