लक्ष्मी चौराहा (मैग्नी चौकी)।
लक्ष्मी चौराहा के दीपक कुमार की जिंदगी इस वक्त दोहरी मार झेल रही है। एक ओर उनका दिल गंभीर बीमारी से जूझ रहा है, दूसरी ओर पत्नी विनीता कुमारी और ससुराल पक्ष पर उन्होंने प्रताड़ना और धमकियों का आरोप लगाया है।
दीपक का कहना है कि शादी को अभी महज एक साल ही हुआ है और घर में एक मासूम बच्चा भी है। लेकिन पत्नी विनीता पिछले छह महीने से मायके (खंबा) में रह रही है और लौटने से साफ मना कर रही है। आरोप है कि विनीता और उसके परिवार ने शर्त रखी है कि —
“₹20,000 महीना दो, तभी साथ मिलेगा, वरना रिश्ता यहीं खत्म समझो।”
दीपक ने बताया कि ससुराल पक्ष के उगानी देवी और भोला महतो भी इसी बात पर अड़े हैं।
दिल का मरीज, फिर भी संवेदना नहीं
डॉक्टरों ने दीपक को साफ कहा है कि उनके दिल में छेद है और अगर एक साल के भीतर ऑपरेशन न हुआ तो जान को खतरा है। इस दर्दनाक सच्चाई को उन्होंने पत्नी और ससुराल वालों को बताया, लेकिन किसी ने मदद या सहानुभूति नहीं दिखाई। उल्टा, लगातार धमकियां और मानसिक दबाव डाला जा रहा है।
दीपक का कहना है कि —
“मैं इलाज के लिए पैसे जोड़ रहा हूं, लेकिन पत्नी और उसके मायके वाले ₹20,000 हर महीने मांग रहे हैं। मेरी हालत बिगड़ रही है और ऊपर से मानसिक यातना भी मिल रही है।”
पुलिस पर सवाल
दीपक ने बताया कि वह संयम थाने भी गए, मगर वहां भी उन्हें केवल एप्लिकेशन लिखकर लाने की सलाह मिली। कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
इलाके में बनी चर्चा
बीमार पति और छोटे बच्चे की जिम्मेदारी उठाने वाले दीपक की यह हालत अब इलाके में चर्चा का विषय है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर एक दिल के मरीज को कब तक इस तरह प्रताड़ित किया जाएगा।
दीपक ने पुलिस, प्रशासन और समाज से गुहार लगाई है कि उसे न्याय दिलाया जाए और वह अपनी जिंदगी के लिए इलाज कर सके।