कानपुर/पटना।
रेलवे में कार्यरत एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने सनसनी मचा दी है। मृतक के पिता ने अपनी बहू और उसके मायके वालों पर हत्या की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया है। मामला अब कानूनी पचड़े में उलझता जा रहा है और पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है।
मृतक रविन्द्र कुमार तिवारी (28) अरवल, बिहार के अमरा गांव निवासी थे। वे माता वैष्णो देवी कटरा स्टेशन पर पदस्थापित थे। पिता रामगोविन्द तिवारी का कहना है कि बेटा 4 जून 2025 को छुट्टी पर घर आया था और सीधे ससुराल, लंका कछुआरा (थाना गौरीचक, पटना) पहुंच गया। वहीं से उसने 5 और 6 जून को एनटीपीसी की परीक्षा भी दी। इसके बाद 7 जून को घर लौटा और माता-पिता से बताया कि उसका दांपत्य जीवन ठीक नहीं चल रहा है।
वेतन पर ससुराल का कब्जा?
परिजनों का आरोप है कि मृतक की पत्नी मौसमी देवी उस पर लगातार दबाव बनाती थी कि अपनी सैलरी का अधिकांश पैसा वह अपने मायके भेजे। पिछले महीने ही करीब डेढ़ लाख रुपये ससुराल के खाते में ट्रांसफर किए गए थे। इसको लेकर पति-पत्नी में अकसर विवाद होता था। पिता का कहना है कि जब उन्होंने बेटे से इस बारे में पूछा तो उसने खुद स्वीकार किया कि पत्नी और ससुर लगातार पैसों को लेकर दबाव बना रहे हैं।
ट्रेन यात्रा के दौरान फोन पर जताई थी आशंका
9 जून को रविन्द्र ड्यूटी पर लौटने के लिए बस से पटना गया और वहां से सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस पकड़कर नई दिल्ली रवाना हुआ। ट्रेन में बैठने के बाद उसने घर फोन किया और बताया कि ससुर और पत्नी पैसों के लिए तरह-तरह का दबाव डाल रहे हैं। रविन्द्र ने यह भी आशंका जताई कि कहीं पत्नी और ससुराल वाले उसकी हत्या न करवा दें, ताकि मुआवजा व अनुकंपा नौकरी मौसमी देवी को मिल जाए।
पराई मोहब्बत से बढ़ा तनाव?
पिता रामगोविन्द तिवारी का दावा है कि उनकी बहू का अपने मायके अमिया विगहा गांव के एक युवक से लगातार संपर्क था। मोबाइल पर बातें और चैटिंग को लेकर पति-पत्नी के बीच झगड़े होते रहते थे। आरोप है कि वही युवक भी रविन्द्र को धमकाता था। इस कारण मृतक मानसिक तनाव में रहने लगा था।
“दुर्घटना नहीं, सोची-समझी साजिश”
रामगोविन्द तिवारी का कहना है कि बेटे की मौत ट्रेन से गिरने की दुर्घटना नहीं है, बल्कि एक सोची-समझी साजिश है। इसमें उसकी पत्नी मौसमी देवी, ससुर मुरली तिवारी, सास रानी देवी और उक्त युवक की मिलीभगत है।
पुलिस में दी तहरीर
पीड़ित पिता ने थाना यकेरी (कानपुर नगर) को लिखित शिकायत देकर मामले की प्राथमिकी दर्ज करने और ससुराल पक्ष पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। तहरीर में बैंक स्टेटमेंट और मोबाइल कॉल डिटेल को भी साक्ष्य के रूप में पेश करने की बात कही गई है।
परिवार में कोहराम
इस सनसनीखेज घटना के बाद अरवल जिले के अमरा गांव में मातम का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि रविन्द्र पढ़ाई में अच्छा था और मेहनत से रेलवे की नौकरी हासिल की थी। शादी के महज 15 महीने बाद ही उसकी असमय मौत ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है।
अब पुलिस जांच और एफआईआर के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि यह वाकई दुर्घटना थी या फिर पत्नी और ससुराल वालों की साजिश से अंजाम दी गई हत्या।