बेगूसराय, बिहार। जिले के साहेबपुर कमल थाना क्षेत्र के एक गांव राहुआ में जर्जर सड़क और जलभराव की समस्या ने ग्रामीणों का जीना मुश्किल कर दिया है। 22 वर्षीय स्थानीय निवासी नीतू, पुत्री सक्लदेव साहनी, ने इस मामले में गंभीर शिकायत दर्ज कराते हुए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं।
नीतू के अनुसार, गांव में करीब 2 से 3 साल पहले सड़क का निर्माण किया गया था, लेकिन उचित रखरखाव और समय पर मरम्मत न होने के कारण सड़क अब पूरी तरह टूट चुकी है। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं और बारिश के दिनों में इनमें पानी भरकर छोटे तालाब जैसी स्थिति बन जाती है।
उन्होंने बताया कि यह सड़क अब रोजमर्रा के आवागमन के लिए खतरनाक हो चुकी है। बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी, मरीजों और बुजुर्गों के लिए चलना मुश्किल, और वाहनों के फिसलने का खतरा हर समय बना रहता है। बरसात में तो यह रास्ता एक तरह से मौत का जाल बन जाता है।
नीतू ने एक ताज़ा घटना का जिक्र करते हुए कहा कि कल वह अपने परिवार के साथ गाड़ी से जा रही थीं, तभी सड़क पर भरे पानी के कारण गाड़ी फिसल गई और सभी गिर पड़े। सौभाग्य से गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन उन्होंने सवाल उठाया — “अगर हमारे बच्चों को कुछ हो जाता, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता?”