आगरा। थाना सैंया क्षेत्र के वक्शपुरा गांव में विधवा महिला के घर में घुसकर हथियारबंद बदमाशों ने लूटपाट की थी। लेकिन अब इस मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। पीड़िता महारादेवी का आरोप है कि पुलिस ने पैसा लेकर मामले को दबाने की कोशिश की और उल्टे उन्हीं के बेटों पर FIR दर्ज कर दी।
पुलिस का दावा : बेटों ने सड़क से खींचा आरोपी
घटना के बाद ग्रामीणों की मदद से पकड़े गए आरोपी रविन्द्र को पुलिस ने थाने ले जाकर हिरासत में लिया था। लेकिन अब पुलिस का कहना है कि महिला के दोनों बेटों ने हमला घर में नहीं बल्कि सड़क पर किया और वहां से आरोपी को खींच लाए। इसी आधार पर पुलिस ने महिला के बेटों के खिलाफ ही FIR दर्ज कर दी।
दो दिन से थाने में बैठाए गए दोनों बेटे
परिवार का आरोप है कि पुलिस ने पीड़िता के दोनों बेटों राजू और रामचन्द्र को पिछले दो दिनों से थाने में बैठा रखा है। न तो उन्हें छोड़ रही है और न ही उनकी मेडिकल रिपोर्ट पर कार्रवाई कर रही है। महिला का कहना है कि पुलिस दबाव बनाकर मामला पलटने की कोशिश कर रही है।
‘पुलिस पैसा लेकर कर रही खेल’ – पीड़िता
65 वर्षीय महारादेवी का कहना है कि पुलिस आरोपी पक्ष से मिली हुई है। “हम गरीब लोग हैं, तीन बेटे बाहर मजदूरी करते हैं। पुलिस पैसा लेकर हमारी सुनवाई नहीं कर रही, उल्टा हमारे ही बेटों को फंसा रही है।”
गांव में बढ़ा तनाव, ग्रामीणों ने उठाए सवाल
घटना के बाद गांव में तनाव फैल गया है। ग्रामीणों का कहना है कि दिनदहाड़े घर में घुसकर लूट और मारपीट करने वाले बदमाश खुले घूम रहे हैं, जबकि पीड़ित परिवार के ही बच्चों को थाने में बैठा दिया गया है।