Friday, January 3, 2025
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मोहल्ले में पार्किंग विवाद के बाद हिंसक झड़प, पीड़ित ने लगाई न्याय की गुहार

आज हम एक ऐसी घटना के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र के विमल नगर इलाके में घटी है। ये घटना दिखाती है कि कैसे छोटे-छोटे मुद्दे कभी-कभी बड़ी घटनाओं में तब्दील हो जाते हैं। इस मामले में एक पार्किंग विवाद ने हिंसक झड़प का रूप ले लिया, और पीड़ित ने अब न्याय के लिए पुलिस और मीडिया के माध्यम से गुहार लगाई है। आइए जानते हैं विस्तार से क्या है पूरा मामला।
घटना की शुरुआत होती है 17 जुलाई 2024 की रात, करीब 8:30 बजे। अखिलेश कुमार मौर्या, जो विमल नगर, कमता, लखनऊ में रहते हैं, का ऑटो UP32 LN-8157 उनके घर के पास गली में खड़ा था। तभी मोहल्ले के ही विनय रावत, उसका भाई, उसकी दो बहनें और उनकी माँ ने अखिलेश के ड्राइवर चंचल वर्मा से पार्किंग को लेकर बहसबाजी शुरू कर दी।

ड्राइवर चंचल वर्मा ने जब देखा कि मामला बिगड़ रहा है, तो उन्होंने तुरंत अखिलेश कुमार को फोन कर मौके पर बुलाया। अखिलेश के मौके पर पहुंचते ही माहौल और भी गर्म हो गया। विनय रावत और उसके परिवार के अन्य सदस्यों ने न केवल अखिलेश कुमार और उनके ड्राइवर को गंदी-गंदी गालियां दीं, बल्कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन पर जानलेवा हमला भी कर दिया।

विनय रावत के भाई ने सड़क पर पड़े लॉकिंग टाइल से अखिलेश के सिर पर हमला किया, जिससे उनका सिर फट गया और काफी खून बहने लगा। इस बीच शोरगुल सुनकर अखिलेश की भाभी भी उन्हें बचाने दौड़ीं, लेकिन हमलावरों ने उन्हें भी नहीं बख्शा। आरोप है कि उन्होंने उनकी भाभी को पकड़कर उनके कपड़े फाड़ दिए और सार्वजनिक तौर पर अपमानित करने की कोशिश की।

इतना ही नहीं, आरोपियों ने अखिलेश के ऑटो पर भी हमला कर दिया, जिसमें उन्होंने ईंट-पत्थर से शीशे तोड़ दिए और ऑटो को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया।

पुलिस की प्रतिक्रिया

इस घटना को देखकर पड़ोसियों ने तुरंत 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस को बुलाया। पुलिस मौके पर पहुंची और अखिलेश कुमार को थाने जाकर लिखित शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी। हालांकि, अखिलेश ने कहा है कि पुलिस इस मामले में उचित कार्यवाही नहीं कर रही और उन पर समझौता करने का दबाव बना रही है।

अखिलेश का यह भी कहना है कि आरोपियों ने उन्हें हरिजन एक्ट के झूठे मामले में फंसाने और जान से मारने की धमकी भी दी है।

मीडिया के माध्यम से न्याय की गुहार

इस पूरी घटना के बाद, अखिलेश कुमार ने मीडिया के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से भी आग्रह किया है कि इस मामले का संज्ञान लिया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

तो दोस्तों, यह थी लखनऊ के चिनहट इलाके की एक घटना, जिसने पार्किंग विवाद से शुरू होकर हिंसा और अभद्रता तक का रूप ले लिया। ऐसे मामलों में हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम अपने समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखें और अगर कोई घटना होती है, तो उसके खिलाफ आवाज उठाएं।

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