उत्तरप्रदेश: गोरखपुर जिले के ग्राम बरपरवां बाबू, पोस्ट-ब्रम्हसरी, थाना-बेलघाट, तहसील-खजनी की निवासी पानमती पत्नी स्वर्गीय गिरजा, ने अपने छत निर्माण के प्रयासों में हो रही बाधाओं को लेकर न्याय की गुहार लगाई है। पानमती का आरोप है कि उनके पटिदार जैकी, रंजीत पुत्र राजेन्द्रराम, हेमलता पत्नी रंजीत और मनीषा पत्नी जैकी बार-बार उनकी दीवार को गिरा रहे हैं, जिससे उन्हें छत निर्माण में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पानमती का कहना है कि वह पिछले 100 वर्षों से अपने पैतृक भूमि, गाटा संख्या-234 (वर्तमान में गाटा संख्या-422) पर निवास कर रही हैं। उनका पुराना दो कमरा मकान पहले से तैयार है, जिस पर केवल छत लगाना बाकी है। पानमती के पटिदारों ने अपने हिस्से पर मकान बना लिया है, लेकिन पानमती को उनके हिस्से पर छत नहीं लगाने दे रहे हैं, जिससे बरसात के मौसम में उन्हें और उनके परिवार को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
पानमती ने उच्च अधिकारियों को कई बार शिकायत पत्र भेजे, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पानमती की पुत्री बबीता ने भी बताया कि उनके अपने हिस्से की जमीन पर मकान नहीं बनने दिया जा रहा है और दबंग किस्म के लोग बार-बार दीवार गिरा रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक को दिया गया शिकायत पत्र
मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर में दिया शिकायत पत्र
उत्तरप्रदेश : गोरखपुर जनपद के बेलघाट थाना क्षेत्र की निवासी बबिता ने अपने माता पानमती के नाम पर दर्ज जमीन पर कब्जा और हिंसा के आरोप में शिकायत दर्ज कराई है।
बबिता ने बताया कि उनके गाँव के कुछ लोगों ने उनकी माता की जमीन पर लगे सिरीस के पेड़ों को काट डाला और जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया। जब पानमती और बबिता की बहन सुनीता ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उन्हें भद्दी गालियाँ देते हुए मारपीट की।
बबिता ने आरोप लगाया कि जब वे थाना-बेलघाट शिकायत दर्ज कराने गईं, तो दरोगा अभिषेक कुमार यादव और सिपाही बाल्मिकी ने उन्हें डाँटकर भगा दिया और उनकी शिकायत नहीं सुनी।
बबिता ने पुलिस अधीक्षक महोदय से निवेदन किया है कि उपरोक्त लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर न्याय दिलाया जाए।
मुख्यमंत्री को दिया गया शिकायत पत्र
पानमती ने मुख्यमंत्री महोदय को पत्र लिखकर अपनी पैतृक भूमि पर छत निर्माण में हो रही कठिनाइयों की जानकारी दी है।
पानमती ने बताया कि उनके पटिदारों ने मिलकर उनकी दीवार को गिरा दिया और छत लगाने से रोक दिया। उन्होंने यह भी बताया कि वे अपनी पुरानी जमीन पर मकान बना चुकी हैं, लेकिन छत लगाना बाकी है। बरसात के मौसम में उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
पानमती ने मुख्यमंत्री महोदय से निवेदन किया है कि उन्हें छत निर्माण कार्य करवाने में सहयोग प्रदान किया जाए और उपरोक्त लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।
प्रार्थिनी ने अपने पत्र में कहा है कि वे न्याय के लिए उच्च अधिकारियों से मदद की उम्मीद कर रही हैं। परंतु उच्च अधिकारी भी कार्यवाही के नाम पर लीपा पोती में लगे है।
मीडिया के माध्यम से पानमती ने सरकार से मदद की अपील की है। उन्होंने सरकार से छत निर्माण कार्य में सहयोग करने और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की कृपा करने का अनुरोध किया है। पानमती और उनके परिवार ने अपने लिए सुरक्षा और न्याय की मांग की है ताकि वे अपने घर की छत बिना किसी बाधा के बना सकें।
ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट