केंद्र सरकार (Central government) ने खुले बाजार (open market) में थोक उपभोक्ताओं (wholesale consumers) को 26वीं ई-नीलामी (26th e-auction) के जरिए 3.46 लाख मीट्रिक टन गेहूं (3.46 lakh metric tons of wheat) और 13,164 मीट्रिक टन चावल (13,164 metric tons of rice) बेचा है। सरकार ने यह कदम गेहूं और आटे की घरेलू आपूर्ति को बढ़ाने और खुदरा कीमतों को नियंत्रित करने के लिए उठाए हैं।
उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने गुरुवार को जारी एक बयान में बताया कि 20 दिसंबर को आयोजित 26वीं ई-नीलामी में चार लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) गेहूं और 1.93 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) चावल की बोली लगाई गई थी। इस ई-नीलामी में 2178.24 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से 3.46 लाख मीट्रिक टन गेहूं और 2905.40 रुपये प्रति क्विंटल के औसत मूल्य के हिसाब से 13164 मीट्रिक टन चावल बेचा गया।
मंत्रालय के मुताबिक केंद्र सरकार खुला बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और खुदरा कीमतों को नियंत्रित रखने के लिए थोक उपभोक्ताओं को ई-नीलामी के जरिए अपने बफर स्टॉक से गेहूं और चावल बेच रही है। खाद्यान्न खरीद और वितरण के लिए केंद्र सरकार की नोडल एजेंसी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ई-नीलामी कर रहा है।