Tuesday, January 14, 2025
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उज्जैन के 3 गांवों का बदला नाम, CM मोहन यादव ने किया ऐलान, अब इस नाम से जाना जाएगा ‘मौलाना

उज्जैन जिले में ‘सीएम राइज स्कूल’ भवन का लोकार्पण करने के बाद एक समारोह को संबोधित करते हुए मोहन यादव ने कहा कि गांवों और कस्बों का नाम जनभावनाओं को ध्यान में रखकर रखा जाएगा.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने उज्जैन जिले के तीन गांवों के नाम बदलने की रविवार को घोषणा की. मोहन यादव ने कहा कि गजनीखेड़ी पंचायत का नाम अब चामुंडा माता गांव होगा. इसी तरह, जहांगीरपुर अब जगदीशपुर और मौलाना गांव अब विक्रम नगर के नाम से जाना जाएगा.

मोहन यादव ने कहा कि मौलाना बोलने और लिखने में ठीक नहीं लगता है, इसलिए अब मौलाना विक्रम नगर के नाम से जाना जाएगा. एक समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “गांवों और कस्बों का नाम जनभावनाओं को ध्यान में रखकर रखा जाएगा.”

सीएम ने उज्जैन जिले के बड़नगर में ‘सीएम राइज स्कूल’ भवन का लोकार्पण के साथ उप स्वास्थ्य केंद्रों का लोकार्पण किया. इसके अलावा 3500 करोड़ की लागत से बड़नगर में औद्योगिक इकाई और फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने की घोषणा भी की. सीएम ने कार्यक्रम कहा कि मध्य प्रदेश में लगातार निवेशकों के प्रस्ताव आ रहे हैं. अभी तक 4 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं, जिससे 3 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलने वाला है.

अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा जाएगा इस स्कूल का नाम
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी ‘सीएम राइज स्कूल’ के पूर्व छात्र थे. इसलिए स्कूल का नाम वाजपेयी के नाम पर रखा जाएगा. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए. जोशी ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने ‘सीएम राइज स्कूल’ की अवधारणा पर काम करके शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है. उन्होंने कहा कि शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के लिए ऐसा निवेश किसी अन्य राज्य में नहीं देखा गया है.

40 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा तैयार
बड़नगर में ‘सीएम राइज स्कूल’ का निर्माण 40 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है. जोशी ने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. बता दें सीएम मोहन यादव रविवार को उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय भी पहुंचे. वह यहां राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत व्यावसायिक पाठ्यक्रम ‘डेयरी टेक्नोलॉजी’ के संदर्भ में आयोजित संगोष्ठी में शामिल हुए.

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