हाथरस : जिले के निवासी 44 वर्षीय बबलू शर्मा ने अपनी मां विद्या देवी की संपत्ति को लेकर पुलिस और पड़ोसियों से हो रही परेशानियों की शिकायत की है। विद्या देवी, जो अब 85 वर्ष की हैं, को इंदिरा गांधी के शासनकाल में नसबंदी कार्यक्रम के तहत 80 वर्ग गज जमीन का प्लॉट मिला था। यह जमीन गाँव में स्थित है और उस समय बबलू शर्मा ने दाखिला खारिज भी कर दिया था।
बबलू शर्मा ने बताया कि इस संपत्ति पर एक कमरा और पुराना मकान बना हुआ है, जिसमें उनके पड़ोसी राजू ठाकुर, उनके भाई संजू ठाकुर और उनकी पत्नी अनीता ठाकुर उन्हें लगातार परेशान कर रहे हैं और काम करने से रोक रहे हैं। इसके अलावा, बबलू शर्मा को यह भी खतरा है कि उनके पड़ोसी उन्हें फौजदारी या अन्य तरह के मामलों में फंसाकर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इस मामले में संज्ञान लेते हुए सिकंदरा राव थाना चौकी के राधेश्याम जी मौके पर पहुंचे, और काम रुकवा दिया, जिस पर फरियादी ने पुलिस की मिलीभगत के कारण बबलू शर्मा का आरोप है कि उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। बबलू शर्मा ने बताया कि उनकी मां की इस प्रॉपर्टी पर विवाद बना कर पुलिस के सहयोग से काम नहीं करने दिया जा रहा है। उन्होंने अपने मकान और हक की सुरक्षा के लिए भी उच्च अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई है।
बबलू शर्मा ने उच्च अधिकारियों से इस मामले की शिकायत की और न्याय की मांग की है। जब सीईओ पुलिस सिकंदरा राव सुरेंद्र सिंह से इस बारे में बात की गई, तो उन्होंने आश्वासन दिया कि वे इस मामले की जांच करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे।
इस मामले की पूरी जांच और उचित कार्रवाई की उम्मीद में बबलू शर्मा और उनकी मां विद्या देवी उच्च अधिकारियों की तरफ देख रहे हैं, ताकि उन्हें उनके मकान और हक मिल सके और उन्हें फौजदारी या अन्य मामलों में फंसाने का खतरा भी दूर हो सके।